
राधा रमण सरकार , तूने कैसा जादू फेरा
मेरा दिल रहा ना मेरा , हो गया तुझसे प्यार
चाँद सा सलोना एक चेहरा, दिल में उतर गया गहरा
बरबस ही दिल लूट के ले गया, लाख बिठाया मेने पहरा
लागे तोरे संग नैना, जागूँ सारी सारी रैना
जीना हुआ है दुश्वार ||1||
नटवर भेष बना के, टेडी सी पाग सजा के
कदम्ब की छैया के नीचे , नाचत मुरली बजा के
मधुर मधुर डोले, कानो में रस घोले
पायल की मीठी झंकार ||2||
चाहे सांझ चाहे हो सवेरा, मुख में सदा हो नाम तेरा
विनती यही बस करूँ में, भर मन करो हृदय माहि बसेरा
राधिका रमण गाउ, जहाँ जाऊ तुम्हे पाऊं
कीजिये यही उपकार ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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