
धुन - देना हो तो दीजिये
देना हो तो दीजिये , बस इतना वरदान
शिव लिंग हो मेरे घर में , तेरा करता रहूँ गुणगाण ||
तूँ भी फक्कड़ मैं भी फक्कड़ , खूब जमेगी भोलेनाथ
मैं पकडूँगा पाँव तुम्हारे , तूँ पकड़ेगा मेरा हाथ
मैं तो ध्यान धरूँ तेरा , तूँ रखना मेरा ध्यान || १ ||
घिस घिस चन्दन इन हाथो से , हरदम तिलक लगाऊँगा
शाम सवेरे इन हाथों से , भंगिया घोट पिलाऊँगा
एक लोटा गँगा जल से , करवाऊँगा स्नान || २ ||
तुमको पाकर ये समझूँगा , सबसे बड़ा धनवान हूँ मैं
इस दुनियाँ में बनकर आया , दो दिन का महेमान हूँ मैं
मेरा धन्य हुआ है जीवन , मेरी तुमसे हुई पहचान || ३ ||
हर हर बम बम बोलके , हरदम तुझको रिझाऊँगा
" बनवारी " ये सारा जीवन , सेवा में ही बिताऊंगा
हे भोले दे तेरी सेवा , मेरा कर देना कल्याण || ४ ||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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