
हे पिंजरे की तू मैना,
भजन कर ले राधा नाम का ,
भजन कर ले राधा श्याम का |
राधा नाम अनमोल रतन है,
राधा नाम तू कहना ,
भवसागर से पार होवे तो,
नाम राधा श्याम का लेना ||1||
भाई बन्धु,कुटुम्ब कबीलौ,
कोई किसी का है ना ,
मतलब का सब खेल जगत मै,
नही किसी को रहना ||2||
कौड़ी- कौड़ी माया जोड़ी,
कभी किसी को दी ना ,
सब सम्पत्ति यही रहेगी,
नही कुछ साथ ले जाना ||3||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
0 Comments: