
आज मिथला नगरिया निहाल सखियाँ ,
चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियाँ |
माथे मणि मोरिया कुंडल सोहे कानवा ,
कारें कारें कजरारे जुल्मी नयनवा ,
लालचंदन सोहे इनके भाल सखियाँ ,
चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियाँ ||1||
सावर सावर गोरे गोरे जोड़ियां जवान है ,
आंखियां देखलि सुनलिनी कान है ,
जुग जुग जोड़ी जीवे बे मिसाल सखियाँ ,
चारों दूल्हा में बड़का कामल सखियाँ ||2||
गगन मगन आज मगन धरतीयाँ ,
देख देख दूल्हा जीके सावरी सुरतियाँ ,
बाल , वृद्ध , नर , नारी सब बेहाल सखियाँ,
चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियाँ ||4||
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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