
हरि गुण गा, 2ये मौका भी अनोखा हैहरि भज ले
हरि गुण गा, 2
ये मौका भी अनोखा है
हरि भज ले हरि भज ले
ये मौका भी अनोखा है|
ये चलती गाड़ी दुनिया है
टिकट ले हम भी बैठे हैं
सम्भल कर चलना हे भाई
बड़ा ही संग धोखा है ।।1।।
नही माता पिता बन्धु
जगत साथी कोई तेरा
जिसे तू अपना समझ है
सरासर वादा झूठा है ।।2।।
लड़कपन खेल में में खोया
जवानी नींद भर सोया
बुढापा देखकर रोया
आशा कितना सताती है ।।3।।
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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तेरे दरबार में आकर
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