दर तेरे आने की,दर्शन तेरा पाने कीदिल में तमन्ना है

दर तेरे आने की,दर्शन तेरा पाने कीदिल में तमन्ना है




दर तेरे आने की,दर्शन तेरा पाने की
दिल में तमन्ना है तुझको रिझाने की
दर तेरे आने की....

बिन महर तेरे,क्या दर कोइ आ पाता
आने की क्या है बात,चल नहीं पाता..||1||

नहीं मीरा सी भक्ति,नहीं भाव सुदामा सा
नहीं करमा मैं कोइ, नहीं हूँ मैं नरसी सा..||2||

कब होगी महर तेरी,कब नज़र तुम्हारी श्याम
दे भक्ति भाव मुझमे,आऊं मैं दर तेरे धाम.||3||

क्या पाप किये मैंने,क्या भूल हुई है श्याम
पापी कीतेने तारे '' तो तेरी गुलाम ||4||

दर तेरे आने की,दर्शन तेरा पाने की
दिल में तमन्ना है तुझको रिझाने की
दर तेरे आने की....


''जय श्री राधे कृष्णा ''


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