मोह माया के तोड़ के ताले, इसी नाम से प्रीत लगा ले॥ मन मंदिर में ज्योत जगाले, मिट जायेगी तृष्णा ॥

मोह माया के तोड़ के ताले, इसी नाम से प्रीत लगा ले॥ मन मंदिर में ज्योत जगाले, मिट जायेगी तृष्णा ॥





मोह माया के तोड़ के ताले, इसी नाम से प्रीत लगा ले॥
मन मंदिर में ज्योत जगाले, मिट जायेगी तृष्णा ॥
 कृष्णा कृष्णा, बोलो कृष्णा, राधे राधे कृष्णा

बंसी की धुन में खो जा रे, मोहन मुरारी का हो जा रे ।
तन तेरा बन जाए, बंसी गाये कृष्णा कृष्णा ||1||

जोगन बनूंगी मैं तो सावरे की, यह हैं लगन मन बावरे की ।
कुञ्ज गलियां में श्याम सवेरे, गाऊं कृष्णा कृष्णा ||2||

गोविन्द के संग लागी प्रीत रे,सांस वोही सब का मीत रे ।
वोही नैया वोही खिवईया, जपो कृष्णा कृष्णा ||3||

''जय श्री राधे कृष्णा ''

Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: