
जीवन की हर शाम, मय श्याम बन जाये
गाऊँ जहाँ भजन मै, हरिधाम बन जाये
रहे दया जो तेरी ,मुझपे ओ सांवरा
झुमुं नाचुं गाऊँ ,मै होके बावरी
बावरी का सांवरा ,हर काम बन जाये
गाऊँ जहाँ भजन मै, हरिधाम बन जाये ||1||
मस्ती को हो आलम, भक्तों का जमघटा
लगे जहाँ दरबार तेरा, हो तेरी छठा
देंखू तुझको सांवरा, रंग तेरा चढ़ जाये
गाऊँ जहाँ भजन मै, हरिधाम बन जाये ||2||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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