

तेरी प्यारी सुरत देख, मन मोह लिया रे.
कैसा जादू किया तुने, साँवले बनवारी रे.
बाँके कजरारे नयन, अधर तेरे मुश्काये रे
केशर तिलक सोहे, गले वैजयंती माला रे
काने कूंडल लटकाये, माथे मोरपीछ पाघ सोहाये रे
हाथोमें बंसरी लगाये, मधुर सुर रेलाय रे
''जय श्री राधे कृष्णा ''
0 Comments: