
तन अनुरागी मन अनुरागी प्रभु मैं तेरा अनुरागी |
तेरे अनुराग से राम जी मेरी रूठी किस्मत जागी ||
सुबह से लेकर शाम तलक प्रभु तेरी ही सुध रहती |
तेरे आशीर्वाद से रामजी हरपल तेरी ही धुन रहती ||
जबसे प्यार तुम्हारा पाया प्रभु सारी मुसीबत भागी |
तेरे अनुराग से राम जी मेरी रूठी किस्मत जागी ||
बिना तुम्हारे दिन नहीं बीते , न ही बीते ये रात |
कैसा राग जगाया मन में रामजी देकर ये सौगात ||
तेरा करम हुआ जब से प्रभु लगन तुम्हारी लागी |
तेरे अनुराग से राम जी मेरी रूठी किस्मत जागी ||
ये पतवार नाम की तेरे स्वामी है अति ही प्यारी |
जिसके अन्दर छुपी हुयी है शक्ति मेरे राम तुम्हारी ||
इसी शक्ति से मेरी जर जर नैया अब किनारे लागी |
तेरे अनुराग से राम जी मेरी रूठी किस्मत जागी ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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