
धुन-बाबुल का ये घर बहना
तुझे अपना बनाने की , श्याम हमने कसम खायी , हमने कसम खायी , हमने कसम खायी |
सच्ची लगन मेरी , पक्का इरादा है, तेरे दीवाने का , तुझसे ये वादा है, बात मेरे दिल की प्रभु , होठों पे चली आयी || १ ||
किस किस ने तुझको श्याम , अपना बनाया है, मिलते हो कैसे तुम , ये पता लगाया है, सुनकर के महिमा तेरी , मेरी आँखें भर आयी || २ ||
देखा जहाँ हमने , तूँ ही पसन्द आया, " बनवारी " ए दिलदार , दिल को तूँ ही भाया, जल्दी मिलान होगा , अब तो घडी आयी || ३ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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