
धुन- मिलती है ज़िन्दगी में
बैठे हैं श्याम सामने , चाहो सो माँग लो सच्चा है दर ये श्याम का , अजमा के देख लो |
कोई भी दर से श्याम के , खाली गया नहीं , दातार मेरे श्याम सा , दूजा कोई नहीं , झोली भरेगा खुशियों से , फैला के देख लो || १ ||
निर्बल का बाल है साँवरा , निर्धन का धन है श्याम , हारे हुए का साथी है , पुरे ये सारे काम, कर के हवाले श्याम के , जीवन सँवार लो || २ ||
रिश्ता बनालो श्याम से , तेरे काम आयेगा , बिगड़ी तुम्हारी बात ये , पल में बनायेगा, हाजीर मिलेगा साँवरा , दिल से पुकार लो || ३ ||
खुशियाँ लुटाने आया है , लीले पे हो सवार , ' श्याम मण्डल ' आ शरण में , जीवन तेरा सँवार , कहता " सुरेश " आज तो , मन की निकल लो || ४ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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