
नाम किसी का लेना चाहूँ तेरा नाम निकलता है
सब देवों में मुझको कान्हा तेरा रूप ही दिखता है|
राधे कृष्ण बोल रे मन राधे कृष्ण बोल
ऐसा जादू किया है तू ने, दुनियाँ मेरी बदल गई
कब दोगे तुम दरस कन्हैया, उमर तो सारी निकल गई
दर्शन को तेरे अँखिया प्यासी, मन दिन रात तड़पता है||1||
सुना है तू अपने भक्तों की, खबर हमेशा रखता है
कौन कमी है कान्हा मुझमें, क्यों नहीं मुझको कहता है
बिना बताए जानूँ कैसे, ये भी नहीं समझता है||2||
लख चौरासी पार किया तब, मानव जीवन पाया है
किसी जनम का पुण्य कन्हैया, तेरे दर पे लाया है
भटक ना जाउँ फिर से मोहन, पागल मन मेरा डरता है||3||
मुख से बाँटू नाम तुम्हारा, कभी ना मुख मेरा खाली हो
नाम पुष्प कैसे हों कम, जब तेरे जैसा माली हो
लौट रहा है दुगना हो कर, दास ये तेरा कहता है||4||
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''जय श्री राधे कृष्णा ''
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