तन में श्रीजी मन में श्रीजी गाऊँ श्रीजी सुन्दर श्यामश्रीजी

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तन में श्रीजी मन में श्रीजी गाऊँ श्रीजी सुन्दर श्याम


श्रीजी मानूं श्रीजी जानूं श्रीजी राखूं हिये बिच ठाम
श्रीजी सुख कर्त्ता, भव दुःखहर्त्ता, श्रीजी की भुजा एक ऊंची बाम ||1||


श्रीजी प्यारे नन्द दुलारे, श्रीजी को है गोपालपुर गाम
श्रीजी स्वामी अंतरयामी, श्रीजी बिना सब झूठो धाम ||2||



चालो श्रीजी चरण ब्रज में पधारो, याद करे भैया बलराम


कल्याणराय दर्शन के प्यासे, सदा हिये रहे श्रीजी को नाम ||3||





जय श्री राधे कृष्ण




       श्री कृष्णाय समर्पणम्

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