दही दूंगी रे साँवरियादही दूंगी रे साँवरिया , थोडी़ बँसुरी

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दही दूंगी रे साँवरिया
दही दूंगी रे साँवरिया , थोडी़ बँसुरी बजा 
दही दूंगी रे!





ऐसी बजा जैसी जमुना तट पर बाजी रे ,
बहतो नीर तुरंत थम जाये ll1ll




ऐसी बजाए जैसे मधुबन मे बाजी रे ,
सरसौडी धेनु मगन होय ll2ll




ऐसी बजाय जैसे वृंदावन मे बाजी रे
संग की सहेली मगन होय जाए ll3ll




ऐसी बजाय जैसे  बंसीवट बाजी रे
गवालबाल  हरसीत  होय जाए ll4ll




चँदसखी भज बाल कृष्ण छबी
बंशी की धुन सुन मन रम जाए ll5ll


जय श्री राधे कृष्ण



       श्री कृष्णाय समर्पणम्

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