
जब छोड़ चलु इस दुनिया को, होठों पे नाम तुम्हारा हो
चाहे स्वर्ग मिले या नर्क मिले, ह्रदय में वास तुम्हारा हो
तन श्याम नाम की चादर हो,जब गहरी नींद में सोयी रहूँ
कानो में मेरे गुंजित हो, कान्हा बस नाम तुम्हारा हो||1||
रस्ते में तुम्हारा मंदिर हो,जब मंजिल को प्रस्थान करूँ
चौखट पे तेरी मनमोहन, अंतिम प्रणाम हमारा हो||2||
उस वक्त कन्हैया आ जाना, जब चिता पे जाके शयन करूँ
मेरे मुख में तुलसी दल देना, इतना बस काम तुम्हारा हो||3||
गर सेवा की मैंने तेरी, तो उसका ये उपहार मिले
इस"तुच्छ"भगत का साँवरिये, नहीं आना कभी भी दुबारा हो||4||
जब छोड़ चलु इस दुनिया को, होठों पे नाम तुम्हारा हो
चाहे स्वर्ग मिले या नर्क मिले, ह्रदय में वास तुम्हारा हो
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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