
तेरी यमुना दा मीठा मीठा पानी
मटकिया ....भर लेंन दे
तेरी यमुना ते मोको नैय्यो जानी
मटकिया ....भर लेंन दे
घरों सो आई थी में
पानी के बहाने....पानी के बहाने
मोको दिखे तेरे नैन मस्ताने
मेरी चाल....मेरी चाल ... हो गयी मतवाली
मटकिया ....भर लेंन दे ||1||
मटकी पे मटका मटके पे धारी
मटके पे धारी...मटके पे धारी...
मुरली दी तान कलेजे विच मारी
में तो हो गईयाँ... श्याम की दीवानी
मटकिया ....भर लेंन दे ||2||
रस्ते के विच छेड ना मेनू
छेड ना मेनू...छेड ना मेनू ....
कल्ली देख के छेड ना मेनू
छेड ना मेनू...छेड ना मेनू...
मेनू मारेगी...मेनू मारेगी.... मेरी सास रानी
मटकिया ....भर लेंन दे ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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