
पधारो राधा संग सरकार,खुले है ,जय हो, ,खुले है ,जय हो, ,खुले है मन मंदिर के द्वार |
पधारो राधा संग सरकार
यमुना के तट पे मै दौड़ी आऊं
तेरा दर्शन नित प्रति पाऊ
कर दर्शन मै तेरो प्यारे ,
पुनि -पुनि होत निहार |
,खुले है ,जय हो, ,खुले है ,जय हो, ,खुले है मन मंदिर के द्वार ||१ ||
कबसे बाट मै जोय रही हूँ ,
तुम संग नेह लगाय रही हूँ ,
आ जा मोहन रसिया आ जा ,
मत करवा इन्तजार |
खुले है ,जय हो, ,खुले है ,जय हो, ,खुले है मन मंदिर के द्वार ||२||
युगल छवि की अँखियाँ प्यासी ,
दर्शन दे जा ओ ब्रिजवासी ,
ओ ब्रिजवासी तू सुन ब्रिजवासी ,
तुम बिन सूना -सूना लागे ,
ये सारा संसार |
खुले है ,जय हो, ,खुले है ,जय हो, ,खुले है मन मंदिर के द्वार ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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