उनके हमारे बीच हर पर्दा उठ जाए

उनके हमारे बीच हर पर्दा उठ जाए



उनके हमारे बीच हर पर्दा उठ जाए
अहसान का गर उसके अहसास हो जाए |

वो साथ है हर पल तू देख ना पाया ,
था सामने तेरे तू पहचान ना पाया ,
उसके होने का गर तू महसूस कर पाये || १ ||

जब जब भटकता तू तुझको समझाता था ,
रोता था तू वो तुझको हँसाता था ,
कितनी कृपा है उसकी गर जान तू जाए || २ ||

भक्ति के वश उसको तू खुद ना कर पाया ,
कष्टों में खुद फंसकर उसे दोषी ठहराया ,
" तेजू " गर इन बातों की तुझे पहचान हो जाए || ३ ||

''जय श्री राधे कृष्णा ''
 
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