
धुन-राधे तेरे चरणों की
तेरे नाम का मेरे श्याम , मैं अलख जगाता रहूँ
जब तक मेरी साँस चले , मैं भजन सुनाता रहूँ |
जब तक ये दूनियाँ रहे , तेरा कीर्तन होता रहे
कीर्तन में ज्योत जगे , मैं शीश नवाता रहूँ || १ ||
हे कलयुग अवतारी , कोई जोड़ नहीं तेरा
तेरी चरण धूल बाबा , मस्तक पे लगता रहूँ || २ ||
तेरे दर से मुझे बाबा , ना दूर कभी करना
एहसान तेरा होगा , तेरी भक्ति पाता रहूँ || ३ ||
" सुरेश " की है अर्जी , अर्जी पे करो मर्ज़ी
तेरे प्यार के सागर में , यूँ ही गोता लगाता रहूँ || ४ ||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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