मेरा व्याकुल है मन

मेरा व्याकुल है मन



धुन- याद फिर आ गई

मेरा व्याकुल है मन , तेरा छूना चरण कैसे प्यारे ,
श्याम बाबा सुनो खाटू वारे |

तेरी सूरत है कारी मुरारी ,
दिल है दरिया का जैसे अथाह री ,
फिर भी अफ़सोस है क्या मेरा दोष् है , कुछ बतारे || १ ||

क्यूँ सुधि नाथ मेरी बिसारी ,
दो मुझे पूरी भक्ति तुम्हारी ,
नाम जपता रहूँ , बाट लखता रहूँ , दिल पुकारे || २ ||

आप हो मेरे सुख दुःख के साथी ,
जान के अपना लिखता हूँ पाती   ,
बांच कर देखना , दूर ना फेंकना , नैन तारे || ३ ||

''जय श्री राधे कृष्णा ''

Previous Post
Next Post

post written by:

0 Comments: