श्री शरण में आ प्यारे , यहाँ श्याम नाम अम्रत बरसे

श्री शरण में आ प्यारे , यहाँ श्याम नाम अम्रत बरसे



धुन-दिल लुटने वाले जादूगर
श्री शरण में आ प्यारे , यहाँ श्याम नाम अम्रत बरसे | दुनियाँ में भटक भटक हारा , फिरता है क्यूँ मारा मारा , तू श्याम का हो जा मतवारा || १ || देखे जो छटा मोहन की , सुध बुध खो जाये तन मन की, तू मौज लूट ले जीवन की || २ || दर्शन से पाप कटे सारे , जीवन के मिटेंगे अँधियारे , नैनों से नैन मिला प्यारे || ३ || जब श्याम रँग चढ़ जायेगा , तू हर पल मौज उडायेगा, तेरा मन चाहा हो जायेगा || ४ || जिसने भी चखा ये अम्रत है , मर के भी सदा वो जीवित है, " बिन्नू " वो जगत में पूजित है || ५ || ''जय श्री राधे कृष्णा ''

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