
तर्ज- बना के क्यों बिगाड़ा रे..
मै तो तेरा दीवाना रे,भुलाया क्यू कन्हिया, दर्शन दे दे,दर्शन दे दे...
दुनिया मे तेरे भक्त घनेरे, सबको तूने प्यार दिया, जिसने पुकारा तुमको ठाकुर,पल भर मे उपकार किया, पाप किये है कितने मैंने ||1||
मैंने तुमसे जनम जनम का,रिश्ता मोहन जोड़ लिया, आँसू मेरे पूछ रहे है,तुमने क्यू मुँह मोड़ लिया, अब तो आकर,थाम ले मुझको ||2||
जाहिर है इस जग मे कन्हिया,तू हारे का साथी है, मन मंदिर मे ज्योति जगा दे,तू ही "शिव" का नाती है, एक बार मुझको शरण मे ले लो ||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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