
श्याम तन, श्याम मन, श्याम ही हमारो धन, आठो याम उद्धो हमें श्याम
published on 01 September
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श्याम तन, श्याम मन,
श्याम ही हमारो धन,
आठो याम उद्धो
हमें श्याम ही सो काम है,
श्याम हिये, श्याम जिये,
श्याम बिना नाहीं जिये,
आंधे की सी लाकडी
आधार नाम श्याम है,||1||
श्याम गति, श्याम मति,
श्याम ही है प्राणपति,
श्याम सुख धाम सो
भलाई आठो याम है,||2||
उद्धो तुम भये बौरे,
पाती लेके आये दौड़े,
योग कहाँ राखे,
यहाँ रोम-रोम श्याम है..||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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