
श्याम सपनों में आता क्यूँ नहीं
प्यारी सूरत दिखता क्यूँ नहीं
मेरा दिल तो दिवाना हो गया
हो मुझे दिल से लगाता क्यूँ नहीं
श्याम सपनों में आता क्यूँ नहीं ||१ ||
मेरे नैनों में सूरत श्याम की
हो मुझे सूरत दिखाता क्यूँ नहीं
श्याम सपनों में आता क्यूँ नहीं ||२ ||
सदियों से भटक रहा दर-दर पर
हो मुझे दर पे बुलाता क्यूँ नहीं
श्याम सपनों में आता क्यूँ नहीं ||३||
हो तेरे प्यार में आधा पागल हूँ
हो पूरा पागल बनाता क्यूँ नहीं
श्याम सपनों में आता क्यूँ नहीं ||४ ||
''जय श्री राधे कृष्णा''
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