
जरा सामने तो आओ श्यामजी, मेरी नैया पड़ी मझधार है
आज रो रो पुकारे मेरी आत्मा, एक तू ही मेरा आधार है
तेरे बिन मै पार प्रभु जी, भव से कभी नहीं हो सकता
तेरे बिना मै इस जीवन में , सुख से कभी न सो सकता
तेरे हाथों में मेरी पतवार है, एक तू ही मेरा रखवार है
आज रो रो पुकारे मेरी आत्मा....................||1||
डगमग डगमग नाव ये मेरी, कभी इधर कभी उधर हिले
तेरी होवे कृपा की नजर तो, भवसागर से पार लगे
अब तू ही मेरा सरकार है, इस दिल को अब तेरा इंतजार है
आज रो रो पुकारे मेरी आत्मा....................||2||
गीता में जो काम किया था, उसको प्रभु जी याद करो
भक्तों की बीच भंवर से, आकर नैया पार करो
इन नयनों में आंसुओं की धार है, तन मन धन तुझपे न्योछार है
आज रो रो पुकारे मेरी आत्मा....................||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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