मेरा छोटा सा संसार, हरी आ जाओ एक बार ।

मेरा छोटा सा संसार, हरी आ जाओ एक बार ।





मेरा छोटा सा संसार, हरी आ जाओ एक बार ।
हरी आ जाओ, हरी आ जाओ ॥

योगी का भेस बना कर के,
इस तन पर भसम रमा कर के,
मैं अलख जगाऊं द्वार ।
हरी आ जाओ एक बार ॥1||

मधुबन की रंगीली कुंजन में,
तुम छिपना राधा के मन में,
यह पपीहा करे पुकार ।
हरी आ जाओ एक बार ॥2||

घनश्याम मुरारी मधुसुधन,
आओ आओ मेरे प्यारे मोहन,
यह दुखिया करे पुकार ।
हरी आ जाओ एक बार ॥3||

''जय श्री राधे कृष्णा ''


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