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तीनो लोकों से न्यारी, ओ राधा रानी हमारी
राधा रानी हमारी, ओ राधा रानी हमारी
तीनो लोकों से न्यारी, ओ राधा रानी हमारी.
सनकादिक तेरो यश गावे, ब्रह्मा विष्णु तेरी आरती उतारे
ओ देखो इन्द्र लगावे बुहारी, ओ राधा रानी हमारी||1||
सर्वेश्वरी जगत कल्याणी, ब्रज की मालिक राधारानी.
यहाँ कोई न रहता भिखारी, ओ राधारानी हमारी.||2||
एक बार जो बोले राधा, कट जाये जीवन की बाधा
ओ कृपा करो महारानी, ओ राधा रानी हमारी.||3||
तीनो लोकों से न्यारी, ओ राधा रानी हमारी
राधा रानी हमारी, ओ राधा रानी हमारी
तीनो लोकों से न्यारी, ओ राधा रानी हमारी
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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