
यशोदा मैया तेरा कन्हैया जरा भी बाज ना आये इसे क्या हो गया है
किसी का माखन किसी की निंदिया किसी का चैन चुराए
इसे क्या हो गया है|
चीर चुराए चित भी चुराए कैसे दिल तडपाये
इसे क्या हो गया है
बीच बजरिया में पकडे कलाई बड़ी जोर से हाँ बड़ी जोर से
संगी सहेली मेरी मुड मुड के देखे बड़े गौर से हाँ बड़े गौर से
उठाके घूँघट निहारे नटखट, नैन से नैन मिलाए
इसे क्या हो गया है.||1||
उसने जो वट के तले बंसी बजाई आधी रातको, हाँ आधी रातको
सास ननद जो सुन ले माने बुरा वो ऐसी बात को हाँ ऐसी बात को
मुरली बजाके सबको जगाके रास रचाने बुलाय
इसे क्या हो गया है ||2||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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