
बांसुरी बजा दे रसिया
प्यास दिल की बुझा दे रसिया
नेक बांसुरी बजा दे रसिया
मेरे मन बसिया,प्यारे प्यारे रसिया
बांसुरी बजा दे मेरी गलियों में आये के
संग की सहेली ले के मिलूँ तो से धाये के
ओ ऐसी आग लगा दे रसिया||1||
तेरे रूप का ही सारे ब्रिज में उजाला है
तुलना नहीं तेरी तू जग से निराला है
हो रूप माधुरी पिला दे रसिया||2||
बंसुरिया सांवरे को प्राणों से भी प्यारी है
राधा रटे इसीलिए अधरों पे धारी है
राधा नाम पिला दे रसिया||3||
नव-नटवर भेष रमण बनाये दूं
नुपूर की जोड़ी तेरे पायें पहनाये दूं
जरा ठुमका लगा दे रसिया||4||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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