
श्यामा तेरे चरणो की गर धूल जो मिल जाए.
.सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए |
सुनता हू तेरी रहमत दिन रात बरसती है ,
इक बूंद जो मिल जाए दिल की कली खिल जाये ||1||
ये मन बड़ा चंचल है कैसे तेरा भजन करू ,
जितना इसे समझाऊ उतना ही मचल जाये ||2||
नज़रो से गिराना ना चाहे जितनी सज़ा देना
नज़रो से जो गिर जाये.मुस्किल है संभल पाये ||3||
श्यामा इस जीवन की बस एक तमन्ना है ,
तुम सामने हो मेरे और प्राण निकल जाये ||4||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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