काम क्रोध मद लोभ ओर माया पहरेदार बिठाया ।

काम क्रोध मद लोभ ओर माया पहरेदार बिठाया ।




काम क्रोध मद लोभ ओर माया पहरेदार बिठाया ।
इन सबसे जो बचकर आया उसने श्याम को पाया ।
बोलो है ना ।बोलो है ना ।

इन पांचो के पीछे देखो भाग रहा जग सारा ।
छोड़ दे चिंता इन पांचो की बन जा शयाम का प्यारा ।
जिसने इन पांचो को छोड़ा उसका साथ निभाया ।।1||

माया नगरी है ये दुनिया थोड़ा दूर भगाओ ।
नरसी मीरा करमा जैसे मन मे भाव जगाओ ।
जिसके मन मे भाव ये ऐसे उसके घर मे आया ।।2||

मांगना हो तो श्याम प्रभु से ऐसी शक्ति मांगो ।
हारे हुऐ के साथी बने हम ऐसी भक्ति मांगो ।
श्याम कहे जिस जिस ने किया ये उसमें श्याम समाया ।।3||

''जय श्री राधे कृष्णा ''
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