Home › There are no categories मैं तो मलूंगी अबीर तेरे गालन में | published on 15 September leave a reply मैं तो मलूंगी अबीर तेरे गालन में |मल गुलाल आँख आँजूगी ,चोटी गुहूँगी बालन में ||१||आज कसर सब दिन कि निकसी ,बेंदी तेरे भालन में ||२||पुरुषोत्तम तोय पकर मंगाऊ ,मीन बनूँ बृज बालन में ||३|| ''जय श्री राधे कृष्णा '' Previous Post Next Post post written by: रचनाकार
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