
रात श्याम सपने मे आये
मेरे दहिये पे गये सर्रर्रर्र -२ |
जब ही श्याम मेरी खिड़की खोली
खिड़की कर गई चर्रर्रर्रर्र ||1||
जब ही श्याम मेरी बहिया पकड़ी
बहिया कर गई तर्रर्रर्रर्र ||2||
जब ही श्याम मेरो माखन खायो.
मटकी फोड़ी कर्रर्रर्रर्रर्र ||3||
जब ही श्याम मेरी चुनर झटकी
चुनर उड़ गई फर्रर्रर्रर्र ||4||
'चंद सखी' भज बाल कृष्ण छबी
भव से तर जाये तर्रर्रर्रर् ||5||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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