सावणीयै मँ झूलणो झूलावाँ साँवरा

सावणीयै मँ झूलणो झूलावाँ साँवरा








तर्ज़- छोटी छोटी गईया
                 
सावणीयै मँ झूलणो झूलावाँ साँवरा,
हौलै हौलै प्रेम सै हिन्डावाँ साँवरा|


                 
रेशमी डोरी को झूलो बँधवायो है
सोनो चाँदी हीरा मोती जड़वायो है
रँग बिरँगा फूलाँ सै सजावाँ साँवरा ||1||


                   
जूही चम्पा रजनी और गुलाब ल्याया हाँ
केशर चंदन मोगरो म्है छिड़काया हाँ
भाँत भाँत का इत्तर सै महकावाँ साँवरा ||2||


                 
झूलै पै बैठ्योड़ा प्यारा लागो साँवरा
"रवि" कहवै हिवड़ो लुभावो साँवरा
नूण राई थारी म्है करवावाँ साँवरा ||3||


                   
रविन्द्र केजरीवाल"रवि"

जय श्री राधे कृष्ण
 श्री कृष्णाय समर्पणम्



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