
ब्रज में बजत बधाई , अरे माई मैं सुनि के आई ,
नन्द दुआरे नौबत बाजे और बजे शहनाई ||1||
रत्न जडित चन्दन पलने पर , सोहे किशन कन्हाई ||2||
भर भर थाल मोगरा बेला ,माँलिनिया ले आई ||3||
बन्दनवार बना फूलन से ,ड्योढी दई सजाई ||4||
नंदगांव गमका सुगंध से , प्रमुदित लोग लुगाई ||5||
उबटन काजर तेल महावर , नाउनिया ले आई ||6||
नंद लुटावें कनक धान गुड़ रबडी खीर मलाई ||7||
लूट लूट खाएं सब पुरजन जय जयकार लगाई ||8||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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