
आज बधाई को दिन नीको ।
नन्द धरनी जसुमति जायो है ,
लाल भामतो जीको ||1||
पञ्च शब्द बाजे बाजत ,
घर घर ते आयो टीको ||2||
मंगल कलश लिए ब्रज सुन्दरी ,
ग्वाल बनावत छीको||3||
देत असीस सकल गोपी जन
चिरजीवो कोटि बरीसो ||4||
परमानन्द दास को ठाकुर ,
गोप वेष जगदीशो ||5||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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