एक बार तो "राधा" बनकर देखो  मेरे "साँवरिया",

एक बार तो "राधा" बनकर देखो मेरे "साँवरिया",








एक बार तो "राधा" बनकर देखो

 मेरे "साँवरिया",
" राधा" यूँ रो रो कहे ,|




क्या होते हैं आँसू, क्या पीड़ा होती है,
क्यों दर्द उठता हैं, क्यों आँखे रोती हैं, 


एक बार तो आँसू बहाकर देखो "साँवरिया",
" राधा" यूँ रो रो कहे ||1||




जब कोई सुनेगा ना तेरे मन के दुखडे,
जब ताने सुन सुन कर होंगे दिल के टुकड़े, 


एक बार जरा तुम ताने सुन कर देखो "साँवरिया", 
"राधा" यूँ रो रो कहे  ||2||



क्या जानोगे "मोहन" तुम प्रेम की भाषा, 

क्या होती है 'आशा' क्या होती 'निराशा',
एक बार जरा तुम प्रेम करके देखो "साँवरिया", 
"राधा" यूँ रो रो कहे ||3||




पनघट पे मधुवन में वो इंतज़ार करना,
कहे "श्याम" तेरी खातिर घुट घुट कर मारना,
एक  बार किसी का इंतज़ार कर देखो "साँवरिया", 
"राधा" यूँ रो रो कहे ||4||






जय श्री राधे कृष्ण



श्री कृष्णाय समर्पणम्

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