मोहन तुम्हारे प्यार ने जीना सीखा दिया ,हमको तुम्हारे प्यार
मोहन तुम्हारे प्यार ने जीना सीखा दिया ,
हमको तुम्हारे प्यार ने इन्सां बना दिया |
रहते है जलवे आपके नज़रों में हर घडी ,
मस्ती का जाम आपने ऐसा पिला दिया ||1||
भुला हुआ था रास्ता भटका हुआ था मैं
किस्मत ने मुझको आपके काबिल बना दिया ||2||
जिस दिन से मुझको आपने अपना बना लिया
दोनों जहां को दास ने तबसे भुला दिया ||3||
जिसने किसी को आज तक सजदा नहीं किया
वो सर भी मैंने आपके दर पे झुका दिया ||4||
जय श्री राधे कृष्ण
श्री कृष्णाय समर्पणम्
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