
मेरे दिल में रहने वाले ,मुझसे छिपाव क्यूमेरे दिल में
मेरे दिल में रहने वाले ,
मुझसे छिपाव क्यू
मेरे दिल में रहने वाले
मुझसे नकाब क्यों
बस इतना मुझे बता दे,
मुझसे छिपाव क्यों |
मैने तो ये सुना है
तुम हो दया के सागर
लाखो को तुमने तारा
पर मुझको जवाब क्यू ।।1।।
मेरे गुनाह है लाखों ,
यह भी तो मैंने माना,
औरो से कुछ न पूछा
मुझसे हिसाब क्यूँ ।।2।।
जिसको तूने अपनाया
उसको खुदा बनाया,
अरे उनका नसीब अच्छा
मेरा खराब क्यूँ ।।3।।
अच्छे हैं या बुरे है
हम भी तुम्हारे बन्दे
समदर्शी नाम तेरा
फिर ऐसा जनाब क्यूँ ।।4।।
जै श्री राधे कृष्ण
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श्री कृष्णायसमर्पणं
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