Home › Anmol Vachan Anmol Vachan जितना मर्जी संसार के पीछे भाग लीजिये in Anmol Vachan published on 21 जुलाई leave a reply जितना मर्जी संसार के पीछे भाग लीजिये... सबके लिये अंतिम ठिकाना भगवान ही है।तो इससे पहले कि अपनी रही सही ऊर्जा भी नष्ट हो जाये...ऊर्जा के वास्तविक स्रोत से सम्बन्ध जोड़ लो। Previous Post पढ़िए एक संत और सेठ की कहानी, जिसमें संत का भगवान पर अटूट विश्वास होने से जहरीला भोजन खाने से भी परहेज नहीं करता Next Post अनमोल वचन कच्चे कान, शक्की नजर और कमज़ोर मन post written by: रचनाकार Related PostsBhagwan Shri Krishna ko Esmaran kaise kare भगवान् श्री कृष्ण को स्मरण कैसे करें ? *ऐसे करो, जैसे प्यास से व्याकुल मनुष्य जल का स्मरण करत… Anmol Vachan जितना मर्जी संसार के पीछे भाग लीजियेजितना मर्जी संसार के पीछे भाग लीजिये... सबके लिये अंतिम ठिकाना भगवान ही है।तो इससे पहले कि अपनी… अनमोल वचन कच्चे कान, शक्की नजर और कमज़ोर मनकच्चे कान, शक्की नजर और कमज़ोर मन मनुष्य को अच्छी खुशहाली के बीच भी दुःख का ही अनुभव कराते रहते हैं … Hrivansh Rai Bacchan Ji ke Anmol vachan "जब मुझे यकीन है के भगवान मेरे साथ है। तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ है।।" …
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