तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है , तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है।
मुझे ये तो बता मुरली वाले , तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है ॥
आँख वालों ने तुमको है देखा , कान वालों ने तुमको सुना है ।
तेरा जलवा उसी ने है देखा , जिनकी आँखों पे पर्दा नहीं है ॥1
तेरी मुरली ने हमको लुभाया , तेरी सूरत ने हमको सताया ।
तेरी सूरत जो मन में बसी है , वो दिखाने के काबिल नहीं है ॥2
हम तो रहते हैं साँझ सवेरे , तेरे हाथों चौरासी के घेरे ।
मुझे एक सहारा है तेरा , मेरा दूजा सहारा नहीं है ॥3
तुझ पे जोगी लुटाये अपनी हस्ती , लोग कहते हैं उनको दीवाने ।
हमको एक जो डर है तुम्हारा , हम ज़माने से डरते नहीं हैं ॥4
मुझे ये तो बता मुरली वाले , तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है
तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है , तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है।
मुझे ये तो बता मुरली वाले , तेरा जलवा कहाँ पर नहीं है ॥
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