मैं कैसे तुम्हारी लगन छोड़ दूंगा।
तेरी दया पर यह जीवन है मेरा
तेरी दया पर यह जीवन है मेरा
मैं कैसे तुम्हारी शरण छोड़ दूंगा॥
ना पूछो किये मैंने अपराध क्या क्या
ना पूछो किये मैंने अपराध क्या क्या
कही यह जमीन आसमा हिल ना जाये।
जब तक श्री राधा रानी शमा ना करोगी
जब तक श्री राधा रानी शमा ना करोगी
मैं कैसे तुम्हारे चरण छोड़ दूंगा ॥1
बहुत ठोकरे खा चूका ज़िन्दगी में
बहुत ठोकरे खा चूका ज़िन्दगी में
तमन्ना तुम्हारे दीदार की है।
जब तक श्री राधा रानी दर्शा ना दोगी
जब तक श्री राधा रानी दर्शा ना दोगी
मैं कैसे तुम्हारा भजन छोड़ दूंगा ॥2
तारो ना तारो मर्जी तुम्हारी
तारो ना तारो मर्जी तुम्हारी
लेकिन मेरी आखरी बात सुन लो।
मुझ को श्री राधा रानी जो दर से हटाया
मुझ को श्री राधा रानी जो दर से हटाया
0 Comments: