
मेरी विनती सुनो हनुमान, धरूँ तेरा ध्यान,पवन का प्यारा, अंजनी
published on 28 अगस्त
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मेरी विनती सुनो हनुमान, धरूँ तेरा ध्यान,
पवन का प्यारा, अंजनी के लाल दुलारा ।।
सिर मुकुट गले फूल माला, श्री लाल लंगोटे वाला,
थारे कुण्डल झलके कान चन्द्र उजियारा ।। 1।।
शिव शंकर के अवतारी, सियाराम के आज्ञाकारी,
हो पवन पुत्र बलवान, तेज अति भारी... ।। 2 ।।
अहिरावण मार गिराये, लक्ष्मण के प्राण बचाये,
श्रीराम के भक्त सुजान, किया निसतारा... ।। 3 ।।
नित नाम रटूं मैं तेरा, दुःख संकट हरियो मेरा,
कहै अनतू करो कल्याण, मै भगत तुम्हारा... ।। 4||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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