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हे श्याम तेरी मुरली पागल
कर जाती हैँ,
मुस्कान तेरी मीठी घायल
कर जाती हैँ ।।
यह सोने की होती तो ना
जाने क्या होता,
यह बाँस की होकर इतना
इतराती हैँ ।।1||
यदि तुम गौरे होते तो क्या करते मनमोहन,
तेरी काली सुरत पर दुनिया
मर जाती हैँ ।।2||
तुम सीधे होते तो ना जाने
क्या होता,
तेरी टेढी चाल पर दुनिया
मर जाती है ।।3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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