

तूने अजब रचा भगवान खिलौना माटी का
माटी का रे , माटी का रे
कान दिए हरिभजन सुनने को
तू मुख से कर गुणगान ||१||
जीह्वा दी हरिभजन करने को
दी आँखें कर पहचान ||२||
शीश दिया गुरु चरण झुकन को
और हाथ दिए कर दान ||३||
सत्य नाम का बना के बीड़ा
और उतरे भाव से पार ||४||
जब इस खिलौने ने जनम लिया
कहाँ -कहाँ चिल्लाये ||५||
जब इस खिलौने पे आयी जवानी
भूल गया भगवान् ||६||
जब इस खिलौने पे आया बुढ़ापा
हाय -हाय चिल्लाये ||७||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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