
कन्हैय्या को एक रोज रो कर पुकारा,
कहा उनसे जैसा हूँ अब हूँ तुम्हारा
वोह बोले की किया क्या दुनिए में आकर
मैं बोला की अब भेजना मत दोबारा||1||
वोह बोले की साधन किये तुने क्या क्या
मैं बोला किसे तुमने साधन से तारा||2||
वो बोले परेशान हूँ तेरी बहस से
मैं बोला की कह दो तू जीता मैं हारा||3||
वोह बोले जरिया तेरा क्या है मुझ तक
मैं बोला की दृग बिंदु का है सहारा..||4||
'जय श्री राधे कृष्णा ''
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