
त्रिपुरारी अन्तर्यामी घट घट में वास तुम्हारा है |
इसीलिए तीनो लोको में सब को तेरा सहारा है ||
हो जाते काम भक्तो के भोले तेरे एक इशारे से |
है सभी तरह का भंडारण भोले तेरे भंडारों में ||1||
तेरा राग है अनोखा और अनुराग भी अनोखा है |
वैराग की बिलकुल न पूछो वो बहुत अनोखा है ||2||
सारी दुनिया दबी पड़ी है भोले तेरे उपकारों से |
है सभी तरह का भंडारण भोले तेरे भंडारों में ||3||
तेरी आन है निराली और शान भी निराली है |
ओ भोले नाथ तेरी पहचान बहुत निराली है ||4||
नाग देव की गिनती होती तेरे नौलख हारो से |
है सभी तरह का भंडारण भोले तेरे भंडारों में ||5||
‘श्याम’ कहे जो तेरे दर मिले वो मिले कही नहीं |
तेरे जैसा प्यार ओ भोले वैसा मिले कही नहीं ||6||
अबढ़र दानी तेरी कहानी मशहूर है जमाने में |
है सभी तरह का भंडारण भोले तेरे भंडारों में ||7||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
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