
वृषभानु दुलारी श्री राधा जी प्यारी बरसानेवारी के नैन काजर बिन कारे नैन काजर बिन कारे ......
इन नैनन की चितवन को देख श्याम भये मतवारे ,
इन अंखियन में प्रियतम प्यारो रची रची काजर डारे .....
वो तो नवल किशोरी राधा रानी गोरी गोरी बरसानेवारी के नैन काजर बिन कारे नैन काजर बिन कारे .||1||
कर घूंघट की ओढ़ लाडली हस पिया और निहारे
,यह छबि निरख श्याम प्यारी को ठाडे रहत बिचारे ....
श्री राधा अलबेली सौभाग्य नवेली बरसानेवारी के नैन काजर बिन कारे नैन काजर बिन कारे ||2||
ठाडे रहते दोउ कर जोरी राधे जू के द्वारे ,
प्यारी के नैनन की उपमा खोज खोज कवि हारे ....
वृन्दावन रानी श्री राधा महारानी बरसानेवारी के नैन काजर बिन कारे नैन काजर बिन कारे .||3||
''जय श्री राधे कृष्णा ''
0 Comments: