मेरे  श्याम तेरी नौकरी

मेरे श्याम तेरी नौकरी





मेरे  श्याम तेरी नौकरी
सबसे बढ़िया है सबसे खरी ||

मैं नहीं था किसी काम का, 
ले सहारा तेरे नाम का,
बन गयी अब तो बिगड़ी मेरी ||1||

जब से तेरा गुलाम हो गया ,
तब से मेरा भी नाम हो गया,
वर्ना औकात क्या थी मेरी ||2||

मेरी तनखा भी कुछ कम नहीं ,
कुछ मिले ना मिले गम नहीं,
ऐसी होगी कहाँ दूसरी ||3||

एक वियोगी दीवाना हु मैं ,
खाक चरणो की चाहता हु मैं,
आखिरी इल्तजा है मेरी ||4||

''जय श्री राधे कृष्णा ''
 

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